चमन से एक फूल माँगा तो उसने कांटे दिए
आसमान से पानी माँगा तो उसने अंगारे बरसाए
धरती से एक मुट्ठी भर मिटटी मांगी तो उसने कंकड़ दिए
अब क्या मांगू में तुझसे ,दर लगता हे
कंही ,मेरी खुसी के लिए
तू अपनी होंठों की मुस्कराहट ऩा दे दे ।
kya maange hai tu? kisse? aur kyun?kya wo tere dil ke andar nahin hai har waqt,har saans.
kya maange hai tu? kisse? aur kyun?
ReplyDeletekya wo tere dil ke andar nahin hai
har waqt,
har saans.